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केवल 15 मिनट दूरी बनाये सोशल मिडिया से ,क्या दौड़ने से टखने खराब होते है ?

 

आपने कहीं ना कहीं तो पढ़ाई होगा कि सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताना आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए ठीक नहीं है ।  लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोशल मीडिया का थोड़ा सा कम इस्तेमाल करने से आपकी सेहत में कितना सुधार होगा। ब्रिटेन की स्वानसी यूनिवर्सिटी इस विषय पर चर्चा की है। रिसर्च में पाया गया कि सोशल मीडिया टाइम को सिर्फ 15 मिनट कम करने से सेहत में काफी पॉजिटिव बदलाव लाया जा सकता है। 

 रिसर्च के दौरान 50 लोगों को २ ग्रुप में बाँटा।  पहले ग्रुप ने अपने सोशल मीडिया टाइम 15 मिनट कम किया जबकि दूसरे ने ऐसा नहीं किया।  1 महीने तक मेंटल-फिजिकल हेल्थ, नींद, मूड आदि के बारे में जानकारी ली गई।  नतीजे में भी पाया गया कि सोशल मीडिया टाइमिंग कम  करने वाले लोगों की नींद की क्वालिटी पचास परसेंट बेहतर हो चुकी थी।  उनके डिप्रेशन का खतरा भी 30% तक कम हो गया साथ ही उनकी इम्यूनिटी भी  15 परसेंटेज 72 हो गई।  कम सोशल मीडिया चलाने वाले लोगों को सर्दी बुखार फ्लू के मामले भी बहुत कम देखेंगे।  वे लोग पहले से ज्यादा खुश भी रहने लगे। 

घुटने और टखने को बचाने के लिए दौड़ने से रोकते थे डॉक्टर, रिसर्च में पाया गया कि कोई फर्क नहीं पड़ता

 मेडिकल वर्ड में लंबे समय से ऐसी मान्यता है कि ज्यादा या तेज दौड़ने  करने से टखने और  घुटने केलिंगामेंट  जल्दी खराब हो जाते है तो  यही वजह है कि  लिंगामेंट जैसी दिक्क्त आने के बाद डॉक्टर मरीजों को दौड़ने से रोकते थे। ऐसा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विकसित देने वाले अमेरिका और यूरोपीय देशों में भी हो रहा था। लेकिन मैराथन रनर पर हुई एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि यह सोच पूरी तरह से भ्रामक  है। अअमेरिका की 'नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी' रिसर्च रिपोर्ट में बताया गया है कि लिगामेंट्स प्रॉब्लम का ज्यादा या तेज दौड़ने से कोई संबंध नहीं है। ऐसी समस्या होने पर न दौड़ने की सलाह देना भी गलत है। लेकिन लगभग 4000 मेराथन रनर्स  पर हुई रिसर्च में पाया गया कि इनमें से 7.3% लोग घुटने या टखने में लिगामेंट प्रॉब्लम से जूझ रहे थे। जबकि मेराथन या किसी भी तरह   की दौड़ में हिस्सा न लेने वाले आंकड़ों में भी यही आंकड़ा इतना ही पाया गया इसके आधार पर निष्कर्ष निकाला गया कि दौड़ने  से  लिगामेंट प्रॉब्लम से कोई संबंध नहीं है ।