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AC में रहकर आप कर रहे है अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती ,दिमाग पर बुरा असर करने के साथ ही हो जायेंगे मोटापे का शिकार

 

घर हो या ऑफिस गाड़ी हो या मॉल हर जगह  AC  चलता है। एयर कंडीशनर यानी AC  के बिना रहना मुश्किल हो जाता है। मानसून के मौसम में वैसे ही उमस बढ़ने से गर्मी लगती है जिससे हमेशा AC में ही बैठने का मन करता है। लेकिन हमेशा इसकी ठंडक में बैठना आपके लिए सही नहीं है। यह आदत आपको  मोटा भी बना सकती है। 

AC  में सोना ठीक नहीं है। 

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी के दुनिया भर के लोगों में बढ़ रहे मोटापे पर एक रिसर्च की। रिसर्च में माना कि मोटापा, एक्सरसाइज न करने और फ्राइड फूड खाने से ही नहीं, बल्कि AC की ठंडी हवा में रहने से भी बढ़ता है।  शोधकर्ताओं के अनुसार एसी में रहने से शरीर के तापमान को कम रखने के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ती है जिससे कम कैलोरी बर्न होती है। बैड  पर लेट कर जो कैलोरी बर्न होती है उसे कहते हैं बिना एसी में सोने से 70 परसेंट कैलोरी बर्न होती है। AC  में जब बॉडी का टेंपरेचर कम रहता है तो यह केवल 35  फीसदी ही हो पाती है। 

शरीर में अकड़न 

दिल्ली के द्वारका स्थित मणिपाल हॉस्पिटल में डॉक्टर संजय गुप्ता कहते हैं कि हमेशा AC में रहना ठीक नहीं है। अगर कोई व्यक्ति ज्यादा देर में बैठता है उसका शरीर जकड़ जाता है।  पसीना भी कम निकलता है।  मोटापे का शिकार हो जाता है। 

वर्कआउट से नहीं घटता वजन 

कुछ लोग जिम में ऐसी के ठंडे टेंपरेचर के बीच  एक्सरसाइज करते हैं। योग सेंटर और घर पर भी लोग AC चलाकरकार्डियोवस्कुलर वर्कआउट करते हैं।लेकिन इससे तेजी से वजन कम नहीं होगा। दरअसल इससे पसीना नहीं निकलता है। हमेशा AC को  बंद करके  वर्कआउट करना चाहिए। 

ठंडा टेंपरेचर करता है दिमाग पर असर 

डॉक्टर संजय गुप्ता के अनुसार ,AC  का तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए। ज्यादा ठंडा तापमान दिमाग पर असर करता है। दरअसल मानसून में यह बाहर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है और अगर आप  रूम में ऐसी का तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस रखते हैं तो दिमाग में मौजूद हाइपोथैलेमस को नुकसान पहुंचाता है। दिमाग का यह हिस्सा शरीर के टेंपरेचर को रेगुलेट करता है। अगर कोई व्यक्ति ठंडे तापमान से अचानक गर्म तापमान पर जाता है।  हाइपोथैलेमस बॉडी के टेंपरेचर को तुरंत नहीं बदल पाता और व्यक्ति को बुखार ,सर्दी ,जुकाम और गले की सूजन परेशान कर सकती है। 

चेहरे पर समय से पहले झुर्रियां पड़ने लगती हैं

एक स्टडी में यह भी कहा गया कि AC में रहने से जब शरीर की नमी कम होती है तो समय से पहले चेहरे पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं।

ठंडी और ड्राई हवा में रहने से पसीना कम और ऑयल ज्यादा निकलता है। इससे चेहरे पर पिंपल्स भी हो सकते हैं। रोम छिद्र भी बंद हो सकते हैं जिससे स्किन इन्फेक्शन हो सकता है।

यही नहीं, घंटों AC की ठंडी हवा में बैठने से शरीर का टेंपरेचर लो रहता है और नसें सिकुड़ने लगती है जिससे ब्लड प्रेशर फ्लकचुएट करने लगता है।