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आखिर गुस्सा आने पर लोग दरवाजे को क्यों जोर से पटकते है ,यहां जाने साइंटिफिक कारण

 

आपने अक्सर  देखा होगा कि कई लोग  गुस्सा होने पर दरवाजा जोर से बंद कर देते हैं। कुछ लोग बर्तन पटकने  लगते है हो सकता है आपके साथ भी होता होगा। लेकिन  क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है और साइंस इसके बारे में क्या कहता है। ज्यादातर  लोग घरों के दरवाजों पर अपना गुस्सा निकालते हो नजर आते है। साइंस की मानें तो ये एक तरह वोटिंग इफेक्ट है  जिससे गुस्सा कम हो जाए उनके मुताबिक जैसे ही हम कोई दरवाजा पार करते हैं दूसरे कमरे के इमोशंस हल्के पड़ जाते हैं।  साइंस का कहना है कि जैसे ही हम किसी कमरे सेहोते हुए  दरवाजे के पास पहुंचकर उसे बाहर करते हैं वैसे हम पुरानी चीजों को भूल जाते हैं। 

इसको डोर थ्रेशहोल्ड थ्योरी भी कहा जाता है

हालाँकि ये  प्रक्रिया बहुत कम सेकंड के लिए होती है लेकिन हमारा हमारा पारा हाई से लो करने के लिए इतना ही समय काफी है  इसको डोर थ्रेशहोल्ड थ्योरी भी कहा जाता है। इस पर साल 2006 में गेब्रियल ए रेडवेन्सकी  ने एक स्टडी भी की थी उन्होंने इस दौरान 300 लोगों पर अपना पहला एक्सपेरिमेंट किया था इस स्टडी से पता चला था कि जैसे ही लोग एक से दूसरे कमरे में आने के लिए दरवाजे को पार करते हैं तो कुछ देर के लिए आगे वाले कमरे की यादें धुंधली पड़ने लगती है । फिर चाहे वह गुस्से में दरवाजे बंद करने की हो या नॉर्मल दरवाजा पार करके आये हो। इस पर साल 2019 में एक अध्ययन किया गया अगर वर्चुअल तरीके से लोग एक दूसरे एक से दूसरे कमरे में चाहिए तो पार किए गए कमरे की यादें फीकी  पड़ने लगती है। 

इससे एंडॉर्फिन हॉर्मोन निकलता है, जिससे स्ट्रेस कम होता है

यही वजह है कि कोई भी मजबूत इमोशन जगह बदलने से हल्का पड़ने लगता है। साइंस का यह भी मानना है कि दरवाजा बंद करने से जो आवाज आती है  दिमाग को बैलेंस करने में मदद करती है ,आवाज आने से मन में गिल्ट का अनुभव होता है जो इस बात का एहसास दिलाता है की  थोड़ी गलती हमसे भी हुई। यही वजह है इस से गुस्सा काबू में आने लगता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि आवाज   का गहऔर इमोशन  का गहरा  रिश्ता है । अगर आप किसी इमोशन  में आवाज निकालते हैं वह काफी हद तक वेट आउट होने में मदद करता है  वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर एक्सट्रीम इमोशन की स्थिति में हम चीखें, तो इससे भावनाएं कंट्रोल हो जाती हैं। इससे एंडॉर्फिन हॉर्मोन निकलता है, जिससे स्ट्रेस कम होता है।