रात को ड्राइविंग करते समय हाई बीम लाइट से होती हाई परेशानी तो ये टिप्स हाई बड़े काम के

हैचबैक, सेडान, मीड-कॉम्पैक्ट एसयूवी जैसी गाड़ियों को रात में चलाते समय हाई बीम गाड़ियों की रोशनी से परेशानी होती है क्योंकि यह गाड़ियां ऊंचाई के मामले में काफी कम होती है और ट्रक ,बस और एसयूवी के हाई बीम लाइट से प्रभावित होती है।
ड्राइवर के पास डिपर एकमात्र मशीन में ऐसा साधन है जो सामने से आ रही गाड़ी को संकेत देने का काम करता है
कई बार तो हाई बीम की रोशनी की वजह से गाड़ियों के एक्सीडेंट भी हो जाते हैं इसलिए आज हम आपको बताते हैं इससे निपटने के बारे में अगर आप रात के समय गाड़ी का इस्तेमाल करते समय डिपर का इस्तेमाल जरूर करें। ड्राइवर के पास डिपर एकमात्र मशीन में ऐसा साधन है जो सामने से आ रही गाड़ी को संकेत देने का काम करता है। अगर सामने से आ रही रोशनी सीधे आपके आंखों पर पड़ती है तो आपको फौरन डिपर का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे दूसरी तरफ से आने वाली गाड़ी का ड्राइवर अपनी गाड़ी की रोशनी को कम या बंद कर देता है और आप से गाड़ी बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ सकती है।
गलत लेन में गाड़ी चलाना खुद में खतरे को दावत देने के बराबर है
गलत लेन में गाड़ी चलाना खुद में खतरे को दावत देने के बराबर है। इसके अलावा पकड़े जाने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काट देती है रात को गलत लेन में गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है। क्योंकि सामने से आने वाली गाड़ी और आपकी गाड़ी से बड़ी है तो उसका हाई बीम लाइट आप सीधे आपके आंखों पर पड़ेगा इसलिए कुछ सेकंड के लिए आप ब्लेंक भी हो सकते हैं और कोई बड़ा हादसा हो सकता है।