
खराब लाइफस्टाइल की वजह से इस समय थायराइड काफी तेजी से फैल रहा है यह अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी हुई हो सकती है आंकड़ों के अनुसार थायराइड भारत में 10% अधिक आबादी को है थायराइड शरीर में थायराइड हारमोंस की कमी की वजह से होता है और इस स्थिति में गले के पास स्थित थायराइड ग्लैंड द्वारा बहुत कम मात्रा में हारमोंस का निर्माण होता है और इन्हीं हारमोंस की वजह से थायराइड या हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति बन जाती है ।
थायराइड के मरीजों को वेट लॉस करना काफी मुश्किल होता है ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि वेट लॉस के लिए किस तरह की डाइट लेनी चाहिए और किन फूड का सेवन करना चाहिए आयोडीन ऐसा तत्व है जो शरीर के लिए ना केवल जरूरी है बल्कि थायराइड ग्लैंड की सही तरीके से काम करने में भी सहायता प्रदान करता है।
शरीर में आयोडीन की कमी के चलते यह ग्लेंड खुद को नियंत्रित नहीं कर पाती और इसकी कार्यप्रणाली सही तरीके से नहीं चलती जानकारों की मानें तो थायराइड के मरीजों को भोजन में आयोडीन की मात्रा का काफी ध्यान रखना चाहिए ऐसे लोगों को अधिक मात्रा में आयोडीन रिच फूड खाने चाहिए।
शक्कर या आर्टिफिशियल मिठास वाली फूड्स जैसे कैंडीज ,बोतलबंद शर्बत , मिठाईयां और कुकीज़ आदि का सेवन थायराइड में नुकसानदायक साबित हो सकता है इसलिए थायराइड पेशेंट मीठे का कम सेवन करें शक़्कर की बजाय थोड़ी सी मात्रा में गुड , फल ,खजूर और किशमिश का सेवन कर सकते हैं।