क्या आपके बच्चे को कम उम्र में हो गया है प्यार तो इन गलतियों को करने की ना करे भूल

भारतीय परिवेश के लिए इस बात को डाइजेस्ट करना काफी मुश्किल होता है कि उनके बच्चे का किसी के साथ अफेयर चल रहा है खास तौर पर अगर बच्चा छोटा है तो यह पेरेंट्स के लिए काफी बड़ी बात होती है बच्चों की इस हरकत के बारे में पता चलने पर अधिकतर पेरेंट्स को काफी गुस्सा आता है और परिस्थति को सुधारने की बजाय और बिगाड़ देते है कोई लोग बच्चों को कठोर सजा देते देते हैं तो कुछ उनकी बाहर जाना और फोन के इस्तेमाल करने पर बैन लगा देते हैं इन सभी पाबंदियों के चलते कई बार बच्चे काफी डर भी जाते हैं पेरेंट्स अपने मन की बात शेयर करने में कतराते है ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि टीनएज लव रिलेशनशिप को कैसे डील करे।
कई मामले सामने आते हैं जहां बच्चों को रोकने पर वह अपने माता पिता की हत्या तक कर देते हैं ऐसे में सवाल उठता है कि अगर बच्चे किसी रोमांटिक रिलेशनशिप में है तो माता-पिता को इस परिस्थिति का सामना किस तरह से करना चाहिए इन सभी मामलों में कई बार बच्चों को माता-पिता को सपोर्ट के काफी जरूरत होती है लेकिन उनके गुस्से और पाबंदी की वजह से कहीं ना कहींबच्चे से दूरी बना लेते हैं बच्चों की रिलेशनशिप के बारे में जानने के बाद आज हम आपको बताते हैं कि आप कैसे इस परिस्थिति से समझ सकते हैंजब भी माता-पिता को बच्चे की रिलेशनशिप के बारे में पता चले तो उनके लिए बच्चे के रिलेशनशिप को मंजूरी देना काफी मुश्किल होता है ऐसे में इनकार करने की बजाय आप ये चीजे कर सकते है।
अपने बच्चे को रिलेशनशिप को लेकर परेशान है तो इसके लिए किसी से बात करें सबसे पहले अपने दिमाग को शांत करें ताकि आप चीजों को लेकर शांति से सोच सकें रिलेशनशिप के बारे में पता लगने के बाद जरूरी है कि आप बच्चे पर सीधा गुस्सा करने की बजाय अपने पार्टनर से बात करें माता पिता होने के नाते आप की बच्चे के शरीर में प्यूबर्टी के दौरान होने वाले बदलावों को काफी समझना जरूरी है आमतौर पर लोग के दौरान बच्चे के शरीर में होने वाले बदलाव के बारे में तो सब जानते हैं लेकिन इमोशनल बदलाव से अनजान रहते है ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चे की फीलिंग्स और इमोशंस को को समझे।
इस दौरान बच्चे के दिमाग और मन में भी कई तरह के बदलाव होते हैं इस स्टेज में बच्चे कई बार काफी ज्यादा इमोशनल महसूस करते हैं किशोरावस्था ऐसी स्टेज होती है जब बच्चे माता-पिता से अलग होकर अपनी आजादी को महसूस करना चाहते हैं इस दौरान बच्चे अपने नए दोस्त बनाते हैं और नई नई चीजों का अनुभव करना चाहते हैं इस स्टेज में जरूरी है कि आप उन्हें माता-पिता बनकर नहीं बल्कि एक दोस्त की तरह ट्रीट करें।
प्यूबर्टी के दौरान बच्चों को में कई तरह के हार्मोनल बदलाव का सामना करना पड़ता है ऐसे में अगर आपका बच्चा खुद अलग तरह से रियेक्ट करता है या गुस्सा करता है तो इसे दिल पर ना लें कई बच्चे चीजों पर ध्यान दें लेकिन उनकी प्राइवेसी का ध्यान रखें जबरदस्ती किसी चीज के बारे में जानने के लिए उनका पीछे ना पड़े अक्सर माता-पिता को ऐसे बात करना काफी अजीब लगता है लेकिन जरूरी है कि आप अपने कंफटंत जोन से बाहर निकले और बच्चे से इस टॉपिक्स पर खुलकर बात करें।