किसानों को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। अयोध्या व गोंडा जिले की सीमा रिंग रोड़ निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का मुआवजा अब किसानों को ऑनलाइन भूमि राशि पोर्टल से किया जाएगा। अयोध्या को विकसित कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाने के लिए तत्पर राज्य सरकार ने सरयू नदी के उत्तर गोंडा जिले में रिंग रोड बनाने का निर्णय 2 वर्ष पहले किया था। इस रिंग रोड से नवाबगंज के बाजार क्षेत्र की सूरत बदल दी जाएगी।
बैंक के माध्यम से मुआवजा दिया दिया जाता था
अभी तक बैंक के माध्यम से मुआवजा दिया दिया जाता था। 11 गांव में किसानों को 100 हेक्टेयर भूमिका अधिग्रहण किया गया था। अभी किसानो की 42 करोड़ रुपए की बकायेदारी है। दुर्गागंज, दुल्लापुर, माझाराठ, जैतपुर, महंगूपुर, तुलसीपुर माझा, चौखड़िया, साखीपुर, दत्तनगर, गोकुला समेत 11 गांवों से गुजरेगी। रिंग रोड निर्माण के लिए भूमि किसानों से अधिग्रहण की कार्यवाही चल रही है। 100 हेक्टर भूमि का अधिग्रहण होने का दावा किया जा रहा है।
42 करोड रुपए की बकायेदारी है
157 करोड़ के सापेक्ष 115 करोड रुपए का भुगतान किया जा चुका है जबकि 42 करोड रुपए की बकायेदारी है। रिंग रोड़ बनने से जहां एक तरफ जल भराव होगी। समस्या से निजात मिलेगी। वहीं ,व्यवसायिक विकास भी तेज होगा। इस रिंग रोड के निर्माण सेआवागमन के लिए एक नया मार्ग भी सुलभ होगा। इसके साथ ही पुराने पुल पर यातायात का लोड भी कम होगा। अयोध्या के मेला के दौरान लगने वाले मिशन जाम से भी राहत मिलेगी।
जिले के 63 राजस्व गांवों को अयोध्या प्राधिकरण में शामिल किया गया है
जिले के 63 राजस्व गांवों को अयोध्या प्राधिकरण में शामिल किया गया है। भारतीय राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण (एनएचएआई) की रायबरेली इकाई ने रिंग रोड बनाने की तैयारी की थी। रिंग रोड की लंबाई 30.400 किलोमीटर होगी। यह रिंग रोड गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन मार्ग के महेशपुर गांव से होते हुए अयोध्या जिले के सोहावल ब्लाक के मंगलसी गांव के पास सरयू नदी पर पुल बनाकर हाईवे से जोड़ दी जाएगी।